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सोमवार, 14 अप्रैल 2014

सावधानी हटी ... दुर्घटना घटी - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

एक बार दो शराबी रात को नशे में टुन्न होकर एयरपोर्ट पर खड़े थे। उन्होंने एक टैक्सी रोकी और टैक्सी वाले को बोले, "चलो भाई एयरपोर्ट ले चलो।"

 टैक्सी वाले ने पहले तो उनकी हालत देखी और फिर सोचा कि चलो मुफ्त के पैसे बना लेता हूँ। इसलिए उसने उनको टैक्सी में बिठाया और दो मिनट बाद ही बोला, "लो साहब एयरपोर्ट आ गया।"

 एक शराबी नीचे उतरा और टैक्सी वाले को पैसे दे रहा था कि दूसरे शराबी ने टैक्सी वाले को ज़ोरदार थप्पड़ लगा दिया।

 टैक्सी वाला डर गया कि कहीं इसे पता तो नहीं लग गया।

 इतने में शराबी बोला, "आराम से चलाया कर नहीं तो आज हम मर ही जाते।"

ऐसे मे तो यही ख्याल आता है कि "सावधानी हटी ... दुर्घटना घटी !!"

सादर आपका

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उपेक्षा का शिकार राणा सांगा स्मारक

" इंटरव्यू ...एक जेबकतरे का ...."

एक लेखिका की संकीर्णता

" हुदहुद को "कठफोड़वा" समझने की भूल ...! "

तारीख-ए-इलाही

चादर नहीं होती है अपडेट और कुछ बदल

एक कहानी - जो कहानी नहीं है.

क्यों करें मतदान ?

परियों की कहानी या प्रेम कहानी : मेरी पसंद की कुछ फिल्में

आज चली कुछ ऐसी बातें.

आजम खान साहब अन्ततः "विकास बोलता है बकवास नहीं"

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अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द !!!

6 टिप्पणियाँ:

आशीष अवस्थी ने कहा…

बढ़िया प्रस्तुति व लिंक्स , शिवम् भाई व बुलेटिन को धन्यवाद !
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सुशील कुमार जोशी ने कहा…

दो मिनट के पैसे के साथ थप्पड़ चलेगा छोटी घटना है दुर्घटना नहीं । आज के सुंदर बुलेटिन में 'उलूक' का सूत्र 'चादर नहीं होती है अपडेट और कुछ बदल' को शामिल किया आभारी हूँ शिवम ।

Bhavana Lalwani ने कहा…

aapke buletin ki niyamit paathak to pahle se hi hun aur aaj meri post ko bhi isme shamil karne ke liye dhanywaad :)

राजेश शर्मा ने कहा…

" शिवम् भाई, शुक्रिया आपका ...!!! "

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

पठनीय सूत्र..

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

उम्दा लिंक्स ...! आभार शिवम् जी ...!
RECENT POST - आज चली कुछ ऐसी बातें.

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